कहते हैं कि सफलता पाने के लिए दौलत या हैसियत की जरूरत नहीं होती। सफल होने के लिए दिलो दिमाग पर जुनून और कड़ी मेहनत की जरूरत होती है। इस कहावत को सच करके दिखाया दिल्ली के इस लड़के ने जो घर से आंखों में बॉलीवुड की फिल्मी दुनिया को जीतने के सपने और जेब में 20 रुपये लेकर घर से मुंबई आया था।
शुरुआत में दर बदर की ठोकरें खाई और छोटे-मोटे काम भी किए लेकिन आज बॉलीवुड का शहंशाह कहलाता है। एक्टिंग के मामले में देश में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में फेमस है और 3000 करोड़पतियों का आज मालिक है। दोस्तों अब तक तो आप समझ ही गए होंगे कि हम बॉलीवुड के शहंशाह शाहरुख खान की बात कर रहे हैं।
जब दिल्ली की सड़कों से शाहरुख खान सपनों से भरी मुंबई की महानगरी में आए थे तो उनके पास केवल 20 रुपये थे। हालांकि 80 के दशक में 20 रुपये की वैल्यू आज के 20 रुपये से कहीं ज्यादा थी। लेकिन इतनी भी ज्यादा नही थी कि ज्यादा दिन तक शाहरुख खान का पेट पर पाते। यह 20 रुपये भी शाहरुख खान ने अपने किसी दोस्त से उधार लिए थे।
शाहरुख खान को मुंबई आते ही ही सफलता नहीं मिल गई थी। उन्हें भी काम के लिए दर-दर भटकना पड़ा था। बॉलीवुड में हीरो बनने आए शाहरुख खान को काम नहीं मिलने पर छोटे पर्दे पर काम करना पड़ा। शाहरुख खान सबसे पहले दूरदर्शन के टीवी सीरियल फौजी में दिखाई दिए थे। इस धारावाहिक में शाहरुख ने अपने काम से फ्री TV जगत को प्रभावित कर दिया था और दुनिया को बता दिया कि बॉलीवुड में नया किंग आ गया है। इसके बाद शाहरुख खान को अपनी पहली बॉलीवुड फिल्म मिली दीवाना। जिसमें शाहरुख खान ने सपोर्टिंग रोल निभाया था।
पिछले 30 सालों में शाहरुख खान ने बॉलीवुड में नाम दौलत शोहरत सब कमया है। यह सब शाहरुख खान ने अपनी मेहनत के दम पर कमाया है। आज शाहरुख खान के पास 30 हजार करोड़ की संपत्ति बताई जाती है। वही शूटिंग करने के लिए भी शाहरुख खान अपने खुद के जहाज से लोकेशन पर जाते हैं। शाहरुख खान IPL की टीम कोलकाता नाइट राइडर्स के मालिक हैं और उनका खुद का एक प्रोडक्शन हाउस भी है, जिसका नाम रेड चिली एंटरटेनमेंट है।
दोस्तों इतनी सफलता और पुरस्कार पाने के बाद भी शाहरुख खान अपने पुराने दिनों को नहीं भूले हैं। शाहरुख खान को बॉलीवुड के दानवीर हस्तियों में नहीं गिना जाता है, लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि चैरिटी और समाज सेवा के मामले में भी शाहरुख खान बॉलीवुड के अन्य अभिनेताओं से कहीं आगे हैं। शाहरुख को अंतर्राष्ट्रीय संस्था यूनेस्को की तरफ से भी समाज सेवा के लिए पुरस्कार मिल चुका है।